Early Childhood Education (पूर्व प्राथमिक शिक्षा) को सम्पूर्ण विश्व ने मान्यता प्रदान कर दी है। UNICEF, UNESCO विश्व स्तर पर एवं NCERT नई दिल्ली का Pre & School Education विभाग इस ओर पूर्ण शक्ति से कार्य कर रहा है। पूर्व प्राथमिक शिक्षा को दिल्ली एवं कुछ अन्य राज्यों ने मान्यता प्रदान कर दी है। किन्तु हमारे देश में काफी बेसिक शिक्षा का ही प्रचलन है। व्यावहारिक रूप में सरकारी प्राइमरी विद्यालयों एवं सभी प्राथमिक विद्यालियों ने प्रारम्भिक शिशु शिक्षा को मान्यता दी है। इन विद्यालयों में Nursery, KG, Prep. आदि कक्षायें चल रही हैं। 95% विद्यालयों में प्रारम्भिक शिशु शिक्षा का अध्यापन कार्य चल रहा है। किन्तु विडम्बना यह है कि 95% शिशुओं के (Early Childhood Education) अध्यापन हेतु शिक्षिकाओ की कोई प्रभाव व्यवस्था नहीं है। सरकारी प्राइमरी विद्यालयों हेतु NTT प्रशिक्षित शिक्षिकाओं की उपलब्धि है जो कक्षा 1 से 5 तक के अध्यापन के लिए प्रशिक्षित है। इस सम्बन्ध में NCERT नई दिल्ली ने कुछ शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जिन्होंने NTT को अपने ज्ञान से सजाया-संवारा आज देश के सभी प्रांतों में नर्सरी टीचर्स ट्रेनिंग के सभी राज्यों में केन्द्र संस्थान द्वारा संचालित है।
Nursery Teacher Training (NTT) कोर्स कोई आज का कोर्स नहीं है यह काफी समय से चला आ रहा है। पहले यह कोर्स NCTE से मान्यता प्राप्त था, जिसकी अवधी 2 साल थी। 2013 के बाद NCTE ने इस कोर्स को मान्यता देना बन्द कर दिया। अब यह कोर्स Vocational Training के तहत कराया जाता है जिसकी अवधी 1 साल है। इस कोर्स को Early Childhood Education के नाम से भी जाना जाता है। जैसा कि हम जानते है कि Vocational Course कौशल विकास मंत्रालस से मान्यता प्राप्त होते है। इसलिए इस Vocational कोर्स की महत्वता बढ़ गयी है। NIOS बोर्ड एवं IGNOU यूनिवर्सीटी में भी यस कोर्स Vocational Training के तहत कराया जाता है। INES SOLUTIONS जो कौशल विकास मंत्रालय से पंजीकृत है। INES SOLUTIONS ने इस स्थिति को समझा तथा मानव विकास हेतु नर्सरी टीचर्स ट्रेनिंग की कक्षायें प्रारम्भ की और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अंतर्गत शिक्षिकाओं के लिए NTT का पाठ्यक्रम तैयार किया। आशा है कि उपरोक्त कोर्स छात्राओं के विषय ज्ञान की अभिवृद्धि में सहायक होगा तथा भविष्य के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अभियान में एक धरोहर सिद्ध होगा।